महक Posted on July 20, 2022July 20, 2022 by Anshuk Attri मीलों दूर से ये सर्द हवाँए,तेरे दिल का पैग़ाम लातीं है;हर फूल, हर इत्र से अब मुझे,बस तेरे ही इश्क़ की महक आती है।शुरू करने का इस सफर को,अब बस कुछ और इंतज़ार है;ख़ुशी है इस राह की मंजिल,बस ये मुझे ऐतबार है। PC: Image by Bessi from Pixabay